हमें जातिवाद को फ़ुटबॉल से एक दम अलग करना पड़ेगा : डैरेन मूर

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डैरेन मूर ने फ़ुटबॉल की सहनशीलता पर सवाल उठाते हुए पूछा, पिछले इतने सालों में फ़ुटबॉल कितना बदला है? जो चीज़ें आज से चालीस साल पहले होती थी, वही सब अभी भी हो रहा है। डैरेन मूर ने कहा कि मैं रहीम स्टर्लिंग से पूरी तरह से सहमत हूँ, रहीम ने लोगों का ध्यान जाति के आधार पर फ़ुटबॉल में हो रहे खिलाड़ियों के अपमान जैसी घटनाओं की ओर कर सही किया, मैं उनका पूर्ण रूप से समर्थन करता हूँ।
रहीम स्टर्लिंग जो की मेनचेस्टर सिटी के लिए फॉरवर्ड डिफेंस में खेलते हैं, उन्हें हाल ही में एक चेल्सिया समर्थक ने उनके रंग के आधार पर अपमानित किया था और रहीम स्टर्लिंग ने इल्ज़ाम लगाया की अखबार भी कम नहीं हैं, जातिवाद की आग में घी डालने का काम किया है और देखा जाए तो एक तरह से जातिवाद को बढ़ावा देना का काम किया है, खास तौर पर अख़बारों द्वारा रहीम स्टर्लिंग को, ‘युवा काले फ़ुटबॉल खिलाड़ी’ बताए जाने पर।
डैरेन मूर ने मीडिया को बताया कि, रहीम स्टर्लिंग ने जो कुछ भी कहा वो एकदम सही और सटीक है खास तौर पर उन्हें जिस तरह से दिखाया गया है, ‘युवा काले खिलाड़ी’.
यह गलत है हमें एक दूसरी तरह से दिखाया जा रहा है और हमारे साथ भेद भाव किया जा रहा है क्योंकि हमें खेल से बेहद प्यार है और हम भी बाकी सभी की तरह खेलते हैं। इस घटना ने खेल की बुरी तरफ को ही दर्शाया है। डैरेन मूर ने कहा की ये बेहद शर्मनाक है की फ़ुटबॉल में आज भी जातिवाद एक अहम मुद्दा है, इसको हमें खतम करना होगा।
डैरेन मूर ने साथी ये भी कहा कि, मेरा संदेश अब यह है कि, अब यह प्रकाशित तो हो ही गया है, अब हम सभी एक साथ आगे बढ़ते हुए बड़े कदम उठाते हैं कि हमारे बीच से ये सब खतम हो जाए? किसी एक इंसान को ये सब अकेले ही करने की जरूरत नहीं है, हम सबको एक साथ एक देश की तरह आगे आना होगा और एक शपथ लेनी होगी कि फ़ुटबॉल में ऐसी चीज़ें नहीं होंगी और न ही ऐसी चीजें बिल्कुल भी नहीं झेली जाएंगी। फ़ुटबॉल क्लब, टीम और मीडिया सब मिलकर इस बारे में बहुत कुछ कर सकते हैं।

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